आज युवा पीढ़ी के समक्ष कई उलझने हैं ।हमारी शिक्षा
व्यवस्था दोष पूर्ण है ।लाखों छात्र प्रतिवर्ष बी ए, एम ए, इन्जीनियरिगं,कानून,मैनेजमेंट, बी एड् और पैरा मेडिकल में डिग्री लेकर निकलते हैं लेकिन उन्हें रोजगार के अवसर नहीं मिलते हैं । कई वर्षों तक भटकने के पश्चात वे छोटी मोटी नौकरी करने को विवश होते हैं जिससे मन में हताशा आक्रोश और उलझन पैदा होती है ।
आज सरकार के सामने सबसे बड़ा प्रश्न है रोजगार के नए
अवसरो का सृजन करना।पिछले दस वर्षों से रोजगार के लाखों पद रिक्त पड़े हैं । सरकार के पास कोई स्पष्ट रोजगार नीति नहीं है ।