आसमान में हलचल
बादलों की आवाजाही चल रही है
काले भूरे छोटे मोटे लंबे पतले
बादल ही बादल हैं हर ओर
हजारों हजार आखें देखती है
उम्मीद लगाए निहार रहे हैं ।
बिना बरसें निकल गये बादल
आखों में अतृप्ति ठहर गयी है
नही हो पा रही है फसलों की बुआई
खेतों में खडे़ किसान
बस इंतजार…..
ठहरा सा गया है सपनों का सफर
सुना है अलनी़नो ने बादलों को रिझा लिया है
अलनीनो़ कातिल फि़ंरंगी नायिका ।