कितने ही पशु- पक्षियों को
तुम जीवित ही चबा गये
यौन शक्ति बढ़ाने के निमित्त
तुम पशुत्व से भी नीचे गिर गये ।
तुम्हारी पशुता को देने ज़बाब
प्रकृति ने किया है प्रहार
एक छोटा सा वायरस छोड़ दिया है
तुम्हारी औकात दिखाने के लिए
समझ सकते हो तो समझ जाओ
नहीं तो होगा सर्वनाश ।
Nice blog!
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