तुम्हारी हँसी में
छिपी है क ई उदास शामें
शामों का अकेलापन
इंतजार में बोझिल पलकें
पदचाप सुनने की आतुरता
बेसब्र रातों का उनींदापन ।
ओ अल्हड़ हवा
उड़ा ले जा उदासी को
अपने साथ
दे दो थोडी मस्ती
बिखरा दो गुलाल
थके हुए मनोबल पर ।
ऐ उदास लड़की
बाहर निकल
और देख
खड़ा है कोई
तुम्हारे इंतजार म
सतरंगी सपनों की सौगात लिए ।
वाह वाह जी
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धन्यवाद
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